इसी तकनीकी प्रभाग द्वारा वर्ष 1965 से 2004 तक एन.सी.डी.सी. ई.ई.सी., नाबार्ड इत्यादि परियोजनाओं के अन्तर्गत प्रदेश में गोदाम, शीतगृह, चावल मिल , दाल मिल, तेल मिल, कीटनाशक औषधि संयंत्र एवं पशु आहार संयंत्र का निर्माण कार्य किया गया है। इसके अलावा वर्ष 2004 से भारत शासन की ग्रामीण भण्डारण योजना के तहत क्रमश: 03 स्थानों, 10 स्थानो पर गोदाम का निर्माण कार्य एवं माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा की गई घोषणा के अन्तर्गत कुरवाई जिला-विदिशा में 1000 मेट्रिक टन क्षमता गोदाम का निर्माण परियोजना का कार्य पूर्ण किया गया है। वर्तमान में विपणन संघ की भण्डारण क्षमता 5.43 लाख मेट्रिक टन है।
क्र. | निर्माण कार्य | संख्या |
---|---|---|
1. | गोदाम | 475 |
2. | शीतगृह | 03 |
3. | चावल मिल | 10 |
4. | दाल मिल | 02 |
5. | कीटनाशक औषधि संयंत्र | 01 |
6. | पशु आहार संयंत्र | 01 |
7. | तेल मिल | 01 |
सन 2006 से संघ ने स्वयं के निर्माण कार्य के साथ-साथ डिपाजिट वर्क करने की पहल की गई जिस जिससे संघ को विभिन्न विभागों के डिपाजिट वर्क यॉत्रिकी शाखा द्वारा किये जा चुके है/ किये जा रहे है जो निम्नानुसार हैः-
कैप स्टोरेज का निर्माण कार्य
शासन द्वारा वर्ष 2020-21 के अन्तर्गत गेहूँ उपार्जन हेतु विपणन संघ को आवंटित लक्ष्य के अन्तर्गत प्रथम बार अस्थाई केप स्टोरेज क्षमता 2.00 लाख मेट्रिक टन निर्माण के लिये एजेन्सी नियुक्त किया गया था जिसे यॉत्रिकी शाखा द्वारा काफी सुचारू रूप से समयावधि में पूर्ण किया गया ।