2. "मार्कफेड" मध्यप्रदेश में रासायनिक उर्वरक क्रय-विक्रय की सबसे बड़ी संस्था है। फेडरेशन नाइट्रोजनस, फॉस्पफेटिक पोटाशिक फर्टिलाइजर को इसके निर्माता व आयातकर्ताओं से खरीदकर राज्य भर में फैले अपने 282 केंद्रों पर उर्वरक भण्डारण कर, इन्हें जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के द्वारा जारी रिलीज आर्डर के आधार पर संबंधित जिलों के प्राथमिक सहकारी कृषि समिति को उपलब्ध कराती है।
3. वर्ष 2023 -2024 में संघ के उर्वरक व्यवसाय की वार्षिक विक्रय मात्रा (दिनाँक 01.04.2023 से 31.03.2024 तक) 39.78 लाख में.टन का व्यवसाय किया गया I जिसकी राशि रु. 5269.23 करोड़ रुपये है।
4. "मार्कफेड" की पूरे राज्य में उर्वरक के वितरण में 55 फीसदी से अधिक और डीएपी या अन्य उर्वरकों में 66 फीसदी से अधिक की हिस्सेदारी है।
5. सूक्ष्म पोषक तत्व में न्यूनता की चुनौती को ध्यान में रखते हुए ''मार्कफेड'' ने जिंक सल्फेट, जिप्सम और अमोनियम मोलीबाइट की आपूर्ति की भी व्यवस्था की है।
वर्ष 2007-08 से फास्फेटिक एवं पोटासिक उर्वरकों की देशव्यापी कमी की स्थिति निर्मित हुई है। चुनौतीपूर्ण स्थिति से निपटने के लिए म0प्र0 शासन द्वारा "मार्कफेड" को इन उर्वरकों की व्यवस्था के लिए राज्य की नोडल एजेन्सी नियुक्त किया गया है। "मार्कफेड" द्वारा सामयिक, सुनियोजित, सुव्यवस्थित कार्य योजनांतर्गत इस चुनौतीपूर्ण दायित्व का निर्वहन करते हुए प्रदेष में रासायनिक उर्वरकों की उपलब्धता सुनिष्चित की जा रही है, जिससे राष्ट्र व्यापी कमी के बाबजूद प्रदेष में रासायनिक उर्वरक उपलब्ध हो रहे है।
वर्ष | म.प्र. मार्कफेड | राज्य | मार्कफेड का प्रतिशत % |
---|---|---|---|
2007-08 |
13.35 |
15.58 |
86 |
2008-09 |
13.36 |
17.85 |
75 |
2009-10 |
18.07 |
18.05 |
90 |
2010-11 |
22.55 |
43.06 |
52 |
2011-12 |
24.22 |
45.37 |
53 |
2012-13 |
24.58 |
43.43 |
57 |
2013-14 |
25.77 |
43.68 |
59 |
2014-15 |
23.85 |
40.66 |
59 |
2015-16 |
26.80 |
44.16 |
61 |
2016-17 |
20.95 |
43.06 |
49 |
2017-18 |
22.06 |
42.26 |
52 |
2018-19 | 25.57 | 47.38 | 54 |
2019-20 | 29.10 | 53.44 | 54 |
2020-21 | 30.35 | 57.27 | 53 |
2021-22 | 31.11 | 59.65 | 52 |
2022-23 | 33.37 | 59.82 | 56 |
2022-23 | 35.82 | 56.97 | 63 |
2023-24 | 39.78 | 66.84 | 60 |
2024-25(1.4.2024 to 3.6.2024) | 4.03 | 6.43 | 63 |
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